ब्यूरो संवाददाता संजू गुप्ता की रिपोर्ट
सीतामढ़ी : हिंदू धर्म में 33 कोटि देवी देवता बताए जाते हैं । इन में भी भगवान शिव अपना खास महत्व रखते हैं । शिव जी के भक्तों की संख्या बहुत ही ज्यादा है । ये भक्त बड़ी ही श्रद्धाभाव के साथ भगवान शिव की उपासना करते हैं । मालूम हो कि शिव जी की पूजा में शिवलिंग अपनी अलग महत्व रखते है । सामान्य तौर पर ऐसा भी कहा जाता है कि बिना शिवलिंग के शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है ।
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ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे शिवलिंग के बारे में बताने जा रहे हैं जो ना जाने कितने साल पुराना है । पर इस शिव लिंग की खोज आज से लगभग 53 साल पहले किया गया था |
जो रोमांच और दुर्गम रास्ते पहाड़ नदी से होकर गुजरती है | तो पेश है We News 24 के संवाददाता संजू गुप्ता और उनकी टीम अभिषेक उर्फ़ गुड्डू,मधुरेन्द्र चौधरी ,अरविन्द साह,दीपक कुमार वर्मा ,की रिपोर्ट
यह शिवलिंग नेपाल के लंगूर खोला नामक एक गुफा में स्थित है । इस मंदिर को मधु गंगा महादेव (लंगूर खोला महादेव ) के नाम से भी प्रसिद्ध है । यह नेपाल के सिन्धुली जिला के दुधौली नगर पालिका वार्ड न 2 में स्थित है | वैसे तो नेपाल दुनिया का एक बहुत ही खूबसूरत देश है जिसको ‘दुनिया की छत’ के रूप में भी जाना जाता है। नेपाल एक प्यारा हिमालयी देश है जो यहाँ आने वाले पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है।
मधु गंगा महादेव के बारे में कहा जाता है कि आज से लगभग 53 साल पहले बद्री बहादुर थापा नामक व्यक्ति का गाय का बच्चा खो गया उस गाय की बच्चे की खोज के क्रम में ये मधु गंगा महादेव मिला |
जाहिर है कि यह शिवलिंग अपने आपमें बहुत ही खास है । ऐसे में इसकी पूजा - अर्चना के लिए भारी संख्या में आसपास के लोगों का जमावड़ा लगता है । हालांकि इस मंदिर और शिवलिंग के बारे में ।
बहुत कम लोगों को जानकारी है । इसलिए इसके दर्शन के लिए दूर - दूराज के लोग बहुत कम आते हैं । उल्लेखनीय है कि सावन के महीनो में इस मंदिर में भारी संख्या में लोग जमा होते हैं । ऐसे में यहां का नजारा देखने लायक होता है ।
लंगूर खोला की कहानी
इस अद्भुत शिव लिंग नाम है मधु गंगा महादेव जो एक गुफा में विराजमान है इस गुफा की कहानी है की आज से लगभग 53 साल पहले बद्री बहादुर थापा नामक व्यक्ति का गाय का बच्चा खो गया उस गाय की बच्चे की खोज करते-करते वो कमला नदी पहुंचे जब उनकी नजर इस गुफा पर परी इस गुफा के अद्भुत नजारे है इस गुफा के अन्दर अनेक शिव लिंग बना हुआ है और उस शिव लिंग पर गुफा के ऊपर से गाय के थन के का कई आकर बना हुआ है और उस थन से दूध के रंग जैसा पानी प्रत्येक शिव लिंग पर गिरता रहता है | ये नजारा देखते ही बनता है |
लंगूर खोला जाने के रास्ते
अगर आप लंगूर खोला जाना चाहते है तो यंहा जाने के दो रास्ते है एक तो पुराना रास्ता है जो बहुत ही दुर्गम और कठनाई भरा है जो नेपाल के ढलकेबर से जाता है | और दूसरा रास्ता चन्दनपुर से है आप चंदनपुर तक अपनी सवारी या मिनी बस जा सकते है इस लंगूर खोला की यात्रा पर नेपाल से सटे बिहार के कई जिला जैसे सीतामढ़ी,मधुबनी,मुजफ्फरपुर,मोतिहारी से बड़ी तादात में लोग आते है | और लगभग एक दिन का कठिन सफर तय कर इस पवित्र स्थान पर शिव भक्त पहुचते है | इस यात्रा आप एक बार आयेंगे तो बार-बार आने का आपका दिल करेगा | निचे दिए गए वीडियो में देखे |
VIDEO:-
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