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बुधवार, 18 दिसंबर 2024

दिल्ली एनसीआर का AQI फिर से गंभीर’ श्रेणी में लगा ग्रेप 4, लगे निर्माण कार्य पर रोक

दिल्ली एनसीआर का AQI फिर से गंभीर’ श्रेणी में लगा ग्रेप 4, लगे निर्माण कार्य पर रोक







We News 24 Hindi / रिपोर्टिंग सूत्र / विवेक श्रीवास्तव  


नई दिल्ली :- दिल्ली में वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है, जिससे स्थिति चिंताजनक हो गई है। मंगलवार को औसत AQI 433 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। यह पिछले 24 दिनों में सबसे खराब स्तर है। प्रदूषण में वृद्धि के पीछे हवा की धीमी गति को प्रमुख कारण बताया गया है, जिससे स्थानीय प्रदूषक वायुमंडल में फंस गए हैं। 


दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गई है, जिसके कारण सरकार ने ग्रैप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के चौथे चरण के प्रतिबंध लागू कर दिए हैं।  दिल्ली का AQI गंभीर’ श्रेणी में आता है।यह स्तर सांस लेने में कठिनाई, हृदय और फेफड़े से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकता है, खासकर बुजुर्गों और बच्चों में।



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मुख्य बिंदु:

  1. प्रदूषण का स्तर:

    • सोमवार को AQI 379 था, जो मंगलवार को बढ़कर 433 हो गया।
    • दिल्ली के 35 निगरानी केंद्रों में से 28 में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ स्तर पर रही।
    • कुछ क्षेत्रों में AQI 450 को पार कर गया, जो ‘अति गंभीर’ श्रेणी में आता है।
  2. प्रदूषण के स्रोत:

    • वाहनों से निकलने वाला उत्सर्जन मुख्य कारण है, जिसमें पीएम 2.5 कणों का योगदान 18.8% है।
    • फिलहाल, पराली जलाने का कोई योगदान नहीं है क्योंकि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने का मौसम खत्म हो चुका है।
  3. ग्रैप के चौथे चरण के तहत प्रतिबंध:

    • निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध
    • गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले डीजल ट्रकों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक।
    • हाईवे, फ्लाईओवर और पाइपलाइन जैसी परियोजनाओं पर भी रोक।
    • कक्षा 10वीं और 12वीं को छोड़कर स्कूलों को हाइब्रिड मोड में स्थानांतरित करना अनिवार्य।

      ग्रैप के चौथे चरण के तहत प्रमुख प्रतिबंध:

      1. निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियां पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं, सिवाय आवश्यक या राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं के।
      2. ईंट भट्टों, हॉट मिक्स प्लांट्स और स्टोन क्रशर्स को संचालन से रोक दिया गया है।
      3. पुराने डीजल वाहनों (BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल) पर दिल्ली में प्रतिबंध।
      4. कोयले और लकड़ी के उपयोग पर सख्ती।
      5. निजी वाहनों के उपयोग को कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
  4. प्रभावित क्षेत्र:

    • गंभीर श्रेणी वाले क्षेत्र: मंदिर मार्ग, नरेला, पंजाबी बाग, रोहिणी, नेहरू नगर, पटपड़गंज, शादीपुर, पूसा।
    • ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी: आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, ओखला फेज 2, सिरीफोर्ट, विवेक विहार।
  5. अधिकारियों की कार्रवाई:

    • सीमा क्षेत्रों में वाहनों की जांच तेज की गई।
    • दिल्ली पुलिस ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के साथ अंतर-राज्यीय समन्वय बैठक कर वाहन प्रबंधन पर चर्चा की।

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आगे की स्थिति और सलाह:

  • विशेषज्ञों ने अगले दो दिनों तक स्थिति के गंभीर बने रहने की आशंका जताई है।
  • जनता से अपील की गई है कि वे गैर-जरूरी यात्राओं से बचें, मास्क का उपयोग करें, और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों से परहेज करें।
  • लंबी अवधि में सुधार के लिए सार्वजनिक परिवहन के उपयोग और हरित तकनीकों को अपनाने की जरूरत है।
  • बुजुर्ग, बच्चे और अस्थमा/श्वसन रोगों से पीड़ित लोग बाहर निकलने से बचें।
  • घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें और मास्क पहनें।



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