We News 24 Hindi / रिपोर्टिंग सूत्र / दीपक कुमार
नई दिल्ली :- दिल्ली के राजघाट पर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम दिनांक 24/12/2024 सुबह 8:30 आयोजित किए जा जायेंगे । इस मौके पर विभिन्न नेता, नागरिक और प्रशंसक राजघाट पर उनकी समाधि "सदैव अटल" पर श्रद्धांजलि अर्पित कर प्रार्थना सभा में भाग लेंगे .
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती को पूरे देश में सुशासन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। यह दिन अटल जी के उन मूल्यवान योगदानों और नीतियों को याद करने का अवसर है, जिनका उद्देश्य देश में सुशासन, पारदर्शिता, और विकास को बढ़ावा देना था।
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अटल जी का योगदान और स्मरण:
- अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के महानतम नेताओं में से एक थे, जो अपने प्रभावशाली वक्तृत्व, प्रखर नेतृत्व, और सुलझे हुए दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं।
- उन्होंने 1998 से 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की और देश को विकास के नए आयामों तक पहुंचाया।
- उनके कार्यकाल में पोखरण परमाणु परीक्षण, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, और भारत-पाक बस यात्रा जैसी ऐतिहासिक पहल हुईं।
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कार्यक्रम और श्रद्धांजलि:
- सुबह से ही राजघाट पर अटल जी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे हैं।
- राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, और अन्य प्रमुख नेताओं ने अटल जी को श्रद्धांजलि दी।
- इस अवसर पर उनके जीवन और योगदान को याद करते हुए कविताएं और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आयोजित की जा रही हैं।
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अटल जी और सुशासन की परंपरा:
अटल जी का नेतृत्व:
- अटल जी का शासन भारतीय राजनीति में पारदर्शिता, स्थिरता और विकास का प्रतीक रहा।
- उन्होंने ऐसी नीतियों को लागू किया, जो जनता के लिए सीधी और प्रभावी थीं।
- उनकी सोच ने भारत को आर्थिक सुधारों और विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
प्रमुख पहल:
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना: ग्रामीण इलाकों को जोड़ने और विकास में सहायक।
- स्वर्णिम चतुर्भुज योजना: सड़कों और परिवहन के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव।
- कृषि और ग्रामीण विकास: किसानों के सशक्तिकरण के लिए नीतियां।
सुशासन के प्रतीक:
- उनकी नीतियां "सबका साथ, सबका विकास" के सिद्धांत पर आधारित थीं।
- उन्होंने पारदर्शिता, जवाबदेही और लोकतंत्र को मजबूत करने पर जोर दिया।
अटल जी का नेतृत्व:
- अटल जी का शासन भारतीय राजनीति में पारदर्शिता, स्थिरता और विकास का प्रतीक रहा।
- उन्होंने ऐसी नीतियों को लागू किया, जो जनता के लिए सीधी और प्रभावी थीं।
- उनकी सोच ने भारत को आर्थिक सुधारों और विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
प्रमुख पहल:
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना: ग्रामीण इलाकों को जोड़ने और विकास में सहायक।
- स्वर्णिम चतुर्भुज योजना: सड़कों और परिवहन के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव।
- कृषि और ग्रामीण विकास: किसानों के सशक्तिकरण के लिए नीतियां।
सुशासन के प्रतीक:
- उनकी नीतियां "सबका साथ, सबका विकास" के सिद्धांत पर आधारित थीं।
- उन्होंने पारदर्शिता, जवाबदेही और लोकतंत्र को मजबूत करने पर जोर दिया।
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सुशासन दिवस के कार्यक्रम:
श्रद्धांजलि समारोह:
- भाजपा के नेता और कार्यकर्ता अटल जी की समाधि "सदैव अटल" पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
- उनकी कविताओं और जीवन पर आधारित विशेष प्रदर्शनी और कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
जनसेवा के कार्य:
- पूरे देश में भाजपा कार्यकर्ता जनता के साथ संवाद और सुशासन के महत्व को रेखांकित कर रहे हैं।
- कई स्थानों पर स्वच्छता अभियान, रक्तदान शिविर, और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।
विशेष संबोधन:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल जी को श्रद्धांजलि देते हुए उनके विचारों और सुशासन की परंपरा को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
श्रद्धांजलि समारोह:
- भाजपा के नेता और कार्यकर्ता अटल जी की समाधि "सदैव अटल" पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
- उनकी कविताओं और जीवन पर आधारित विशेष प्रदर्शनी और कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
जनसेवा के कार्य:
- पूरे देश में भाजपा कार्यकर्ता जनता के साथ संवाद और सुशासन के महत्व को रेखांकित कर रहे हैं।
- कई स्थानों पर स्वच्छता अभियान, रक्तदान शिविर, और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।
विशेष संबोधन:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल जी को श्रद्धांजलि देते हुए उनके विचारों और सुशासन की परंपरा को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
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