We News 24 Hindi / गौतम कुमार
नई दिल्ली :- भारत ने एक बार फिर चीन को अपना दम दिखाया है. भारतीय सेना ने लद्दाख में छत्रपति शिवाजी महाराज की विशाल प्रतिमा का अनावरण किया है. छत्रपति शिवाजी की इस भव्य मूर्ति को 14300 फीट की ऊंचाई पर स्थित लद्दाख के पैंगोंग त्सो झील के किनारे अनावरण किया है। इस प्रतीकात्मक कदम के माध्यम से भारत ने चीन को स्पष्ट संदेश दिया है कि वह अपनी संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
जरुर पढ़े-राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार ने किये 9 नए जिले और 3 नए संभाग को खत्म
प्रतिमा का उद्घाटन और महत्व:
तिथि और स्थान:
- यह अनावरण 26 दिसंबर 2024 को पैंगोंग त्सो झील के तट पर किया गया।
- इस झील का क्षेत्र भारत और चीन के बीच तनाव का केंद्र रहा है।
कार्यक्रम में शामिल अधिकारी:
- प्रतिमा का उद्घाटन लेफ्टिनेंट जनरल हितेश भल्ला ने किया।
- कार्यक्रम में फायर एंड फ्यूर कॉर्प्स के जीओसी और मराठा लाइट इन्फैंट्री के जवान उपस्थित रहे।
प्रतिमा का महत्व:
- यह प्रतिमा छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता, दूरदर्शिता, और अटल न्याय के आदर्शों का प्रतीक है।
- इसे भारतीय सेना के साहस और दृढ़ संकल्प के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है।
चीन के लिए स्पष्ट संदेश:
भारतीय संप्रभुता का प्रतीक:
- पैंगोंग त्सो क्षेत्र पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच, यह कदम भारत की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के दृढ़ निश्चय को प्रदर्शित करता है।
शिवाजी महाराज की विरासत:
- छत्रपति शिवाजी महाराज भारतीय इतिहास के ऐसे योद्धा हैं, जिन्होंने अपनी दूरदर्शिता और साहस के बल पर शक्तिशाली विरोधियों का सामना किया।
- उनकी प्रतिमा का यहां अनावरण करके भारत ने अपने दृढ़ और अडिग रुख को चिन्हित किया है।
चीन के लिए संदेश:
- भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह चीन के क्षेत्रीय दावों को मान्यता नहीं देगा और अपनी सीमा की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
ये भी पढ़े-क्या जापान में द ग्रैंड शील्ड ट्रस्टेल का धोखाधड़ी का पैसा नेपाल में निचिरेन शोशु धर्मांतरण मंदिर निर्माण में लगा ?
हमारे twitter Page को Like करे
हमारे WhatsApp Chenal को Join करे
हमारे Facebook Page को Likeकरे
भारतीय सेना का सराहनीय कदम:
भारतीय सेना ने इस अनावरण के माध्यम से न केवल चीन को संदेश दिया है, बल्कि भारत के नागरिकों को भी अपनी सुरक्षा और राष्ट्रीय गौरव के प्रति आश्वस्त किया है।
भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूर कॉर्प्स ने सोशल मीडिया (एक्स) पर इस घटना की जानकारी साझा की। उन्होंने इसे "वीरता और न्याय का प्रतीक" करार दिया, जो भारतीय सेना और छत्रपति शिवाजी महाराज के मूल्यों का सम्मान करता है।
ये भी पढ़े-दिल्ली के दो थानों में अरविंद केजरीवाल और सीएम आतिशी के खिलाफ शिकायत दर्ज
निष्कर्ष:
छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक है। यह कदम न केवल चीन को कड़ा संदेश देता है, बल्कि भारतीय जनता के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत भी है। लद्दाख में इस प्रतिमा का स्थापित होना यह दर्शाता है कि भारत अपनी सीमाओं और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए हमेशा तैयार है।
क्या प्रतिमा लगाने से चीन को जायेगा कड़ा सन्देश ?
जवाब देंहटाएं