We News 24 Hindi / रिपोर्टिंग सूत्र / काठमांडू संवाददाता
काठमांडू:- ऐसा माना जा रहा है की जापान में द ग्रैंड शील्ड और ट्रस्टेल द्वारा की गई धोखाधड़ी से अर्जित धन को नेपाल में निचिरेन शोशु मंदिर निर्माण में लगाया गया है .पर इस तरह के दावे की पुष्टि के लिए ठोस साक्ष्यों और गहन जांच की आवश्यकता होती है। हलाकि की इसे इंकार भी नहीं किया जा सकता है ,हालांकि, निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार किया जा सकता है .
ऐसी जानकारी मिली है की इस प्रकरण में गिरफ्तार होने वाले निचिरेन शोशु धर्मांतरण सम्प्रदाय के दो सदस्य भी शामिल है .जिसमे से एक नाम नाम Akira Takahashi अकिरा ताकाहाशी है .जो जापानी नागरिक हतानाका यासुओ,Hatanaka Yasuo नामक व्यक्ति का मित्र बताया जा रहा है . हतानाका यासुओ भी निचिरेन शोशु धर्मांतरण सम्प्रदाय के सदस्य है. जानकारी के अनुसार पूर्व में अकिरा ताकाहाशी निचिरेन शोशु के धर्मांतरण कार्यक्रम के लिए नेपाल भी आया था .
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आपको बताते चले की हतानाका निचिरेन शोशु के म्योकानको के अध्यक्ष ओकुशा काजुओ का परम मित्र है जो नेपाल Kotetsu Japanese restaurant,कोटेत्सू जापानी रेस्तरां के नाम से काठमांडू के लाजिम्पाट Laajimpaat होटल एम्बेसडर में व्सायसाय के आड़ में नेपाल के भोले भाले लोगो को लालच दे कर धर्मांतरण जैसे अवैध गतिविधि में शामिल कर है .
तस्वीर Kotetsu Japanese restaurant फेसबुक से लिया गया |
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यह विषय गंभीर और संवेदनशील है, जिसमें कई पक्षों और गहरी जांच की आवश्यकता है। विवरण के अनुसार, कुछ महत्वपूर्ण बिंदु सामने आते हैं:
निचिरेन शोशु सम्प्रदाय के कथित सदस्यों की गतिविधियों को लेकर आरोप गंभीर हैं, विशेष रूप से नेपाल में धर्मांतरण कार्यक्रम और इसके लिए धन के स्रोत को लेकर। जापान में द ग्रैंड शील्ड और ट्रस्टेल द्वारा की गई कथित धोखाधड़ी से अर्जित धन नेपाल में मंदिर निर्माण और कोटेत्सू जापानी रेस्टोरेंट जैसे व्यवसायों में लगाए जाने की संदेह .
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अकिरा ताकाहाशी और हतानाका यासुओ की भूमिका इस प्रकरण में जाँच के केंद्र में आता है। हतानाका यासुओ की निचिरेन शोशु के म्योकानको के अध्यक्ष ओकुशा काजुओ से करीबी संबंध भी जाँच का एक अहम बिंदु है।
काठमांडू के लाजिम्पाट स्थित होटल एम्बेसडर में यह रेस्तरां नेपाल में अवैध गतिविधियों और कर चोरी जैसे आरोपों के घेरे में आता है।
यह दावा किया गया है कि इस रेस्तरां की खरीदारी जापान में नेपाली नागरिक संतोष पौडेल द्वारा जापानी नागरिक तोमिता Tomita से की गई, और इसके माध्यम से नेपाल सरकार से कर के भी चोरी की गई।
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नेपाल में जापानी नागरिकों द्वारा हुंडी और हवाला के माध्यम से धन का लेनदेन एक गंभीर वित्तीय अपराध है, जिसकी जाँच आवश्यक है। FATF (Financial Action Task Force) जैसी एजेंसी की गहन जांच से ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि जापान में हुई धोखाधड़ी का धन नेपाल पहुंचा या नहीं।
नेपाल सरकार और जापान सरकार को मिलकर इस मुद्दे की जांच करनी चाहिए, विशेषकर अंतरराष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग और कर चोरी के आरोपों को लेकर। संदिग्ध व्यक्तियों के बैंकिंग लेनदेन की जांच ,रेस्तरां और मंदिर निर्माण में इस्तेमाल हुए धन के स्रोत की जाँच और हवाला हुंडी लेनदेन के ट्रेल को ट्रैक करना जरूरी है।
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तस्वीर न्यूजओन जापान |
ग्रैंड शील्ड द्वारा अवैध बांड के जरिए 8 बिलियन येन की धोखाधरी
आपके जानकारी के लिये बता दू की जापान में हाल के समय का सबसे बड़ा आर्थिक अपराधों में से एक है, जिसमें निवेशकों को धोखाधड़ी और झूठे वादों के जाल में फंसाया गया। ग्रैंड शील्ड द्वारा अवैध बांड के जरिए 8 बिलियन येन की अवैध वसूली का मामला एक बड़ा वित्तीय घोटाला है, यह मामला जापान और अन्य संबंधित देशों में वित्तीय गड़बड़ियों और अवैध निवेश योजनाओं पर नियंत्रण की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
द ग्रैंड शील्ड के अध्यक्ष और सात कर्मचारियों को, जो पहले डेंटल ब्रेसेस की वित्तीय परेशानियों के कारण जापानी मीडिया में छाए हुए थे, बिना पंजीकरण के उच्च-उपज वाले बॉन्ड बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जिसमें 20% वार्षिक रिटर्न का वादा किया गया था। ऐसा माना जाता है कि संदिग्धों में से दो महिलाओं ने अकेले 4.6 बिलियन येन एकत्र किए।वित्तीय उपकरण और विनिमय अधिनियम का उल्लंघन करने के लिए आठ लोगों को गिरफ़्तार किया गया .
1. जांच का दायरा और पैसा कहां गया?
- जापान की टोक्यो मेट्रोपॉलिटन पुलिस इस घोटाले के तहत अर्जित 8 बिलियन येन की धनराशि के स्रोत और उपयोग की गहराई से जांच कर रही है।
- यदि यह पैसा नेपाल में किसी धार्मिक संगठन या निर्माण में लगाया गया है, तो यह अंतरराष्ट्रीय वित्तीय निगरानी और मुद्रा हस्तांतरण के नियमों का उल्लंघन हो सकता है।
2. निचिरेन शोशु का नेपाल में विस्तार
- यदि निचिरेन शोशु ने नेपाल में मंदिर निर्माण के लिए धनराशि का उपयोग किया है, तो इसके लिए वित्तीय स्रोतों की पारदर्शिता जरूरी है।
- निचिरेन शोशु पर पहले से ही कई देशों में धार्मिक और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप हैं।
3. धोखाधड़ी के पैसे का संभावित दुरुपयोग
- आमतौर पर, अवैध रूप से कमाए गए धन को धार्मिक या सांस्कृतिक परियोजनाओं में निवेश किया जाता है ताकि उसे वैध दिखाया जा सके।
- यदि निचिरेन शोशु नेपाल में मंदिर निर्माण के लिए जापान से बड़ी धनराशि लाई हो, तो यह जांच का विषय बन सकता है कि वह पैसा कहां से आया और कैसे इस्तेमाल हुआ।
4. अंतरराष्ट्रीय वित्तीय निगरानी और नियम
- जापान और नेपाल के बीच अंतरराष्ट्रीय वित्तीय लेनदेन की निगरानी FATF (Financial Action Task Force) और अन्य एजेंसियों द्वारा की जाती है।
- यदि यह पैसा नेपाल पहुंचा है, तो इसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा हस्तांतरण के माध्यमों के जरिए ट्रैक किया जा सकता है।
5. आगे की जांच और साक्ष्य
- यह दावा तभी सत्यापित किया जा सकता है जब पुलिस या वित्तीय एजेंसियां दोनों मामलों (ग्रैंड शील्ड घोटाला और नेपाल में निचिरेन शोशु मंदिर निर्माण) के बीच कोई सीधा संबंध स्थापित करें।
- नेपाल में निचिरेन शोशु के वित्तीय रिकॉर्ड की जांच, और जापान से भेजे गए धन के स्रोत की जांच, इस सवाल का उत्तर दे सकती है।
निष्कर्ष
वर्तमान में, इस बात का कोई प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं है कि द ग्रैंड शील्ड और ट्रस्टेल घोटाले का पैसा नेपाल में निचिरेन शोशु मंदिर निर्माण में लगाया गया है। हालांकि, दोनों मामलों के बीच संभावित संबंध को खारिज नहीं किया जा सकता और यह अंतरराष्ट्रीय जांच का विषय बन सकता है।
इस बात पुष्टि तभी होगा हैं, संबंधित देशो की पुलिस और जाँच एजेंसी की रिपोर्टों और जापानी पुलिस की जांच के निष्कर्ष आ जायेगा .
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