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वी न्यूज 24 की स्थापना वर्ष 2013 में दीपक कुमार और उनके सहयोगियों के प्रयासों का परिणाम है। यह डिजिटल न्यूज प्लेटफ़ॉर्म समाज की कुरीतियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने और वंचित वर्गों की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू किया गया।
संस्थापक और उद्देश्य:
- श्री दीपक कुमार और उनके सहयोगी ने "वी आर वन रेयूकाई सुकार्य संस्था" की स्थापना की, जिसका मुख्य उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त करना और उनकी समस्याओं को उजागर करना है।
- यह पहल डिजिटल माध्यम से समाज के उन वर्गों को आवाज देने के लिए शुरू की गई, जिनकी समस्याओं को पारंपरिक समाचार माध्यमों में अनदेखा किया जाता है।
डिजिटल इंडिया से पहले की सोच:
- जुलाई 2015 में भारत सरकार ने डिजिटल इंडिया कार्यक्रम शुरू किया, जो देश को डिजिटल सशक्तिकरण और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने का उद्देश्य रखता है।
- लेकिन वी न्यूज 24 की स्थापना 2013 में ही हो चुकी थी, जो समाज में डिजिटल माध्यमों के महत्व और बदलाव की आवश्यकता को पहले ही पहचान चुकी थी।
मुख्य विशेषताएं:
दबे-कुचले वर्गों की आवाज:
- गरीब, वंचित और समाज के हाशिए पर रहने वाले लोगों की समस्याओं को उठाना।
- भ्रष्टाचार, अन्याय और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करना।
डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म:
- यह पूरी तरह से डिजिटल न्यूज प्लेटफ़ॉर्म है, जो समाज के हर वर्ग तक पहुंचने का प्रयास करता है।
मुख्यालय:
- इसका मुख्यालय दिल्ली में स्थित है।
निष्पक्ष और समर्पित टीम:
- वी न्यूज 24 की टीम समाजसेवा और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए समर्पित है।
संस्थापक की सोच:
श्री दीपक कुमार का मानना है कि:
- आजादी के बावजूद समाज में गरीब और वंचितों की आवाज को अनसुना किया जाता है।
- पारंपरिक समाचार माध्यम इन वर्गों की समस्याओं को महत्व नहीं देते।
- डिजिटल माध्यम का उपयोग करके इनकी आवाज को सशक्त करना समय की मांग है।
वी न्यूज 24 की भूमिका:
- यह मंच आम आदमी की समस्याओं को उजागर करने और समाधान की दिशा में सरकार और प्रशासन तक पहुंचाने का काम करता है।
- साथ ही, यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एक माध्यम बन गया है।
निष्कर्ष:
वी न्यूज 24 डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म ने समाज में दबे-कुचले वर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री दीपक कुमार और उनकी टीम का यह प्रयास उन लोगों के लिए एक उम्मीद की किरण है, जिनकी आवाजें अक्सर अनसुनी रह जाती
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