महरौली विधानसभा क्षेत्र में बाबा भाजपा,आप और कांग्रेस जैसी प्रमुख पार्टियों के लिए चुनौती बन गए हैं।
We News 24 Hindi / दीपक कुमार
नई दिल्ली :- कटवारिया सराय के गुरु गोरखनाथ राम तालाब मंदिर के महंत बाबा बालकनाथ का राजनीति में कदम रखना न केवल एक रोचक विषय है, बल्कि दक्षिणी दिल्ली के राजनीतिक समीकरणों को भी एक नया मोड़ दे रहा है। बाबा बालकनाथ, जो अपने धार्मिक कार्यों और समाज सेवा के लिए प्रसिद्ध हैं, अब जनता के समर्थन से मेहरौली विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनकर उतर रहे हैं।
राजनीतिक परिदृश्य में बाबा का प्रवेश बीजेपी, आम आदमी पार्टी, और कांग्रेस जैसी प्रमुख पार्टियों के लिए चुनौती बन गया है। जनता का भारी समर्थन के साथ-साथ लाखो में चंदा भी मिल रहा है. यूपी-बिहार और स्थानीय समुदायों के दिलों में बाबा ने गहरी जगह बना चुके हैं।
ये भी पढ़े-चीन ने ही फैलाई थी कोरोना महामारी! अमेरिकी खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
बाबा की जनसभाएं, खासकर किशनगढ़ के लटुरिया बाबा मंदिर में हुई सभा, ने उनके समर्थन को और मजबूती दी है। उन्होंने जनता को आश्वासन दिया है कि यदि वे विधायक बने, तो मेहरौली की हर समस्या का समाधान करेंगे। उनका यह कहना कि वे जनता की इच्छा पर खड़े हुए हैं और जनता ही निर्णय लेगी, उनकी विनम्रता और आत्मविश्वास को दर्शाता है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि पांच तारीख को जनता का फैसला क्या होता है और बाबा बालकनाथ अपने वादों और लोकप्रियता के बल पर मेहरौली की गद्दी हासिल कर पाते हैं या नहीं।
ये भी पढ़े-साउथ दिल्ली की 10 में से 6 सीटों पर कड़ा मुकाबला, महरौली में बाबा बालक नाथ दे रहे हैं कड़ी टक्कर
बाबा बालकनाथ का जीवन
कटवारिया सराय स्थित गुरु गोरखनाथ राम तालाब मंदिर के श्रद्धेय महंत बाबा बालकनाथ का जीवन प्रेरणादायक और अद्वितीय है। बाबा बालकनाथ का जन्म तो एक सामान्य परिवार में हुआ, लेकिन उनकी दादी ने उन्हें मात्र तीन महीने की उम्र में बाबा गोरखनाथ के चरणों में समर्पित कर दिया। तीन साल की आयु में बाबा कटवारिया सराय स्थित गुरु गोरखनाथ राम तालाब मंदिर आए और यहीं से उन्होंने अपनी पूरी शिक्षा और दीक्षा प्राप्त की।
ये खबर भी पढ़े- दिल्ली के छतरपुर में अभिनेता रवि किशन ने केजरीवाल पर हमला बोला ,करतार सिंह के समर्थन में मांगे वोट
बाबा बालकनाथ ने ब्रह्मचारी जीवन को अपनाया और अपने भक्तों के सुख-दुख में शामिल होकर समाज सेवा को प्राथमिकता दी। उनकी तपस्या और साधना का महत्व उनके जीवन में खास है। हर वर्ष जून की तपती गर्मी में बाबा 41 दिनों की साधना करते हैं, जो उनके अनुशासन और आध्यात्मिक शक्ति को दर्शाती है।
बाबा बालकनाथ न केवल धार्मिक रूप से लोगों के लिए प्रेरणा हैं, बल्कि वे समाज के प्रति अपने समर्पण और सेवा के कारण भी अत्यंत लोकप्रिय हैं। उनके भक्त उनकी सादगी और निस्वार्थ सेवा के लिए उन्हें आदर देते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद