सामाजिक सुरक्षा के लिए AI जरूरी, हमारे पास AI के रूप में दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिभा है: पीएम मोदी
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We News 24 Hindi / दीपक कुमार
नई दिल्ली :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस के ग्रैंड पैलेस में आयोजित AI एक्शन समिट को संबोधित करते हुए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के महत्व और भविष्य पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि AI पहले से ही हमारी अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज को नया आकार दे रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि AI इस सदी में मानवता के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और यह वक्त की जरूरत बन गया है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा टैलेंट पूल है और देश ने डेटा सुरक्षा के लिए मजबूत व्यवस्था बनाई है। उन्होंने यह भी कहा कि AI का भविष्य बहुत उज्ज्वल है और मशीनों की ताकत बढ़ने से चिंतित होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि AI से लाखों लोगों की जिंदगियां बदल रही हैं और यह तकनीक नौकरियां छीनने के बजाय नई संभावनाएं पैदा कर रही है।
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प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत अपने AI के अनुभव को दुनिया के साथ साझा करने के लिए तैयार है। उन्होंने AI के क्षेत्र में रोजगार के संकट पर ध्यान देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया और कहा कि AI समाज और सुरक्षा के लिहाज से बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि AI अभूतपूर्व स्केल और स्पीड से विकसित हो रहा है और यह अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज को नया आकार दे रहा है।
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अंत में, प्रधानमंत्री मोदी ने ओपन सोर्स सिस्टम के विकास की आवश्यकता पर भी जोर दिया, ताकि AI के लाभों को और अधिक लोगों तक पहुंचाया जा सके। उनका यह संबोधन AI के क्षेत्र में भारत की प्रतिबद्धता और नेतृत्व को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के AI एक्शन समिट में दिए गए संबोधन की मुख्य बातें निम्नलिखित हैं:
AI से लाखों लोगों की जिंदगियां बदल रही हैं:
प्रधानमंत्री ने कहा कि AI तकनीक ने पहले से ही लाखों लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है और यह भविष्य में और भी बड़े बदलाव लाएगा।इतिहास गवाह है तकनीक नौकरियां नहीं लेती:
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि तकनीकी विकास से नौकरियां खत्म नहीं होतीं, बल्कि नए अवसर पैदा होते हैं। इतिहास में यह साबित हुआ है कि तकनीक ने रोजगार के नए रास्ते खोले हैं।भारत अपने AI अनुभव को बांटने को तैयार:
भारत ने AI के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है और वह अपने अनुभव और ज्ञान को वैश्विक स्तर पर साझा करने के लिए तैयार है।AI के रूप में हमारे पास दुनिया का सबसे बड़ा टैलेंट है:
भारत के पास युवाओं और प्रतिभाशाली लोगों का एक विशाल पूल है, जो AI के क्षेत्र में दुनिया को नेतृत्व प्रदान कर सकता है।AI से रोजगार के संकट पर ध्यान देना होगा:
प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी कि AI के विकास के साथ-साथ रोजगार के संकट पर ध्यान देने की जरूरत है, ताकि लोगों को नए कौशल सीखने और अनुकूलन करने में मदद मिल सके।AI समाज और सुरक्षा के लिहाज से बहुत जरूरी है:
AI न केवल आर्थिक विकास के लिए बल्कि समाज और सुरक्षा के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके उपयोग से सुरक्षा और सामाजिक चुनौतियों का समाधान किया जा सकता है।अभूतपूर्व स्केल और स्पीड से डेवलप हो रहा है AI:
AI तकनीक अभूतपूर्व गति और पैमाने पर विकसित हो रही है, जो इसे और अधिक शक्तिशाली और प्रभावी बना रही है।AI अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज को नया आकार दे रहा:
AI ने अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज के ढांचे को बदलना शुरू कर दिया है और यह भविष्य में और भी गहरा प्रभाव डालेगा।हमें ओपन सोर्स सिस्टम विकसित करना चाहिए:
प्रधानमंत्री ने ओपन सोर्स सिस्टम के विकास पर जोर दिया, ताकि AI के लाभों को सभी तक पहुंचाया जा सके और इस तकनीक को समावेशी बनाया जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी का यह संबोधन AI के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और वैश्विक नेतृत्व की भूमिका को दर्शाता है। उन्होंने AI के माध्यम से समावेशी विकास और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया।
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