ऑपरेशन डेविल हंट की आड़ में बांग्लादेश में शेख हसीना के समर्थकों पर बरपाया जा रहा है कहर
We News 24 Hindi / मिडिया रिपोर्ट
ढाका:- बांग्लादेश में एक अभियान "ऑपरेशन डेविल हंट" चलाया जा रहा है .ये अभियान बांग्लादेश के मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार द्वारा शुरू किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य शेख हसीना और उनकी पार्टी अवामी लीग के समर्थकों को निशाना बनाना है, जिन्हें देश की अस्थिरता के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। अभियान के तहत अब तक 1308 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस कार्रवाई में बांग्लादेश की सेना, नौसेना, वायु सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षा बल शामिल हैं। आपको बता दू मोहम्मद यूनुस एक प्रसिद्ध नोबेल पुरस्कार विजेता और "ग्रामीण बैंक" के संस्थापक हैं, उसके बाद भी मोहम्मद यूनुस बदले के नियत शेख हसीना के पार्टी और उनके लोगो पर कहर ढा रहा है .
ये भी पढ़े-बिहार में जमीनी विवाद में शख्स ने अपने सगे भाई और भतीजे को गोली मार दी
अभियान के पीछे का तर्क यह है कि यह देश को अस्थिर करने वाले तत्वों को नियंत्रित करने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने के लिए है। हालांकि, इस अभियान को लेकर विवाद भी है, क्योंकि इसे राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ दमन के रूप में देखा जा रहा है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी "शैतान" (यानी, अस्थिरता फैलाने वाले तत्व) गिरफ्तार नहीं हो जाते।
पुलिस महानिरीक्षक बहारुल आलाम ने शनिवार से शुरू हुए ऑपरेशन डेविल हंट को पहले से चल रहे संयुक्त अभियान से अलग बताया है। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन केंद्रीय रूप से संगठित और नियंत्रित रूप से संचालित किया जाएगा। इस अभियान में पुलिस के अलावा बांग्लादेश की सेना, नौसेना, वायु सेना, बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश, अंसार और तटरक्षक बल के कर्मी भी शामिल होंगे।
ये भी पढ़े-मणिपुर में सात उग्रवादी गिरफ्तार, भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद
रविवार को सचिवालय में आयोजित एक ब्रीफिंग के दौरान गृह मंत्रालय के सीनियर सेक्रेटरी डॉ. नसीमुल गनी ने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देश को अस्थिर करने की कोशिश करने वाले तत्वों को गिरफ्तार करना और उन्हें न्याय के कटघरे में लाना है। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्ववर्ती हसीना सरकार की तरह फासीवादी ताकतों की तरह वे अमानवीय या क्रूर नहीं हो सकते, क्योंकि जुलाई और अगस्त के आंदोलन और विद्रोह मानवाधिकारों की रक्षा के लिए लड़े गए थे।
ये भी पढ़े-संपत्ति विवाद में भाई-भतीजे ने अपनी बहन और तीन साल की भांजी की गोली मारकर हत्या कर दी
इस अभियान का उद्देश्य देश में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखना है, साथ ही उन तत्वों को न्याय के कटघरे में लाना है जो देश की शांति और व्यवस्था को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं।
यह स्थिति बांग्लादेश में राजनीतिक तनाव को दर्शाती है और इसके परिणामस्वरूप मानवाधिकारों के उल्लंघन और राजनीतिक दमन की आशंका जताई जा रही है। इस अभियान के बारे में अधिक जानकारी और इसके प्रभावों का आकलन करने के लिए और समय की आवश्यकता होगी।
कोई टिप्पणी नहीं
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद