छत्तीसगढ़: नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 31 नक्सली ढेर, 26 मार्च 26 तक नक्सलवाद का होगा खात्मा
We News 24 Hindi / मनोज चंद्रवंशी
छत्तीसगढ़ :- के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता मिली है। इस ऑपरेशन में 31 नक्सलियों को मार गिराया गया और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद किए गए। यह ऑपरेशन नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियान में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। हालांकि, इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के दो जवान शहीद हो गए और दो अन्य घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान:
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस ऑपरेशन को "नक्सल मुक्त भारत" की दिशा में एक बड़ी कामयाबी बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से इस सफलता की सराहना की और शहीद जवानों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
अमित शाह ने लिखा,
"नक्सल मुक्त भारत बनाने की दिशा में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। इस ऑपरेशन में 31 नक्सलियों को मार गिराने के साथ ही भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक भी बरामद किए गए हैं।"
"मानवता विरोधी नक्सलवाद को समाप्त करने में आज हमने अपने दो वीर जवानों को खो दिया है। यह देश इन वीरों का सदैव ऋणी रहेगा। मैं शहीद जवानों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूँ।"
नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प:
अमित शाह ने इस मौके पर नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प भी दोहराया। उन्होंने कहा कि "31 मार्च 2026 से पहले हम देश से नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे, ताकि देश के किसी भी नागरिक को इसके कारण अपनी जान न गंवानी पड़े।" यह संकल्प सरकार की नक्सलवाद के खिलाफ जारी लड़ाई में गंभीरता और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।
ऑपरेशन का महत्व:
यह ऑपरेशन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की बढ़ती क्षमता और रणनीतिक तैयारी को दर्शाता है।
नक्सलियों के पास से बरामद हथियार और विस्फोटक उनकी योजनाओं और संसाधनों पर एक बड़ा आघात है।
इस सफलता से नक्सलवाद के खिलाफ जनसमर्थन और मोर्चेबंदी को मजबूती मिलेगी।
शहीद जवानों को श्रद्धांजलि:
इस ऑपरेशन में शहीद हुए सुरक्षा बलों के जवानों को देश की सुरक्षा और नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में उनके बलिदान के लिए याद किया जाएगा। उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई है और उन्हें समर्थन देने का वादा किया गया है।
आगे की रणनीति:
सुरक्षा बलों द्वारा नक्सलियों के खिलाफ ऐसे ऑपरेशन जारी रहेंगे।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास और शांति स्थापित करने के प्रयास तेज किए जाएंगे।
सरकार नक्सलवाद के खात्मे के लिए समयसीमा (31 मार्च 2026) तक अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस ऑपरेशन की सफलता ने नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में एक नया मोड़ ला दिया है और यह दर्शाता है कि सुरक्षा बलों की मजबूती और सरकार के दृढ़ संकल्प से नक्सलवाद को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
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