आईआईटी पटना का 11वां दीक्षांत समारोह भव्य कार्यक्रम के रूप में किया : 713 छात्रों को मिली डिग्रियाँ
We News 24 Hindi / रईस अहमद /पटना/बिहटा
पटना:- आईआईटी पटना ने अपने 11वें दीक्षांत समारोह का आयोजन बिहटा में एक भव्य कार्यक्रम के रूप में किया, जहाँ 713 छात्रों को विभिन्न शैक्षिक कार्यक्रमों में डिग्रियाँ प्रदान की गईं। मुख्य अतिथि श्री जयंत चौधरी, केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं शिक्षा राज्य मंत्री के साथ इस अवसर पर मौजूद रहे। इस महत्वपूर्ण दिन में स्नातकों के लिए प्रेरणादायक भाषण भी दिए गए। प्रो. टी. एन. सिंह, आईआईटी पटना के निदेशक ने स्नातकों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि यह उनके जीवन का एक नया और रोमांचक चरण है।
समारोह में चार स्वर्ण पदकों और 21 रजत पदकों के अलावा, उच्च गुणवत्ता वाले शोध प्रोजेक्ट्स को प्रोत्साहित करने हेतु 19 छात्रों को प्रोफिशिएंसी पुरस्कार भी प्रदान किए गए। इस अवसर ने छात्रों और उनके परिवारों के लिए गर्व और उत्साह का क्षण प्रस्तुत किया। आइए, देखें इस शानदार क्षण के मुख्य अंश और जानें कैसे इन नई पीढ़ी के स्नातकों ने अपने सपनों को मंजिल तक पहुँचाने के लिए कठिनाइयों का सामना किया।
इस समारोह में 713 छात्रों को विभिन्न शैक्षिक कार्यक्रमों जैसे बीटेक, एमटेक, एमएससी और पीएचडी में डिग्रियाँ प्रदान की गईं। इनमें 581 पुरुष और 132 महिला छात्र शामिल थे। यह आईआईटी पटना के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा बैच था।
ये भी पढ़े-श्रीरामचरितमानस हमें धर्म के मार्ग पर चलने और नैतिक मूल्यों को अपनाने की शिक्षा देता है
आईआईटी पटना का 11वां दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि श्री जयंत चौधरी, केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं शिक्षा राज्य मंत्री, भारत सरकार, ने अपने संबोधन में आईआईटी संस्थानों की वैश्विक पहचान और शैक्षिक उत्कृष्टता की सराहना की। उन्होंने छात्रों को अपनी जड़ों से जुड़े रहने और शिक्षा के परिवर्तनकारी प्रभाव को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
सम्मानित अतिथि श्री सुनील कुमार, शिक्षा मंत्री, बिहार सरकार, ने छात्रों से आग्रह किया कि वे कभी भी आशा न छोड़ें और हमेशा उत्कृष्टता की ओर प्रयास करें। उन्होंने जीवन के उतार-चढ़ावों को स्वीकार करने और उनसे सीखने की बात कही।
प्रो. टी. एन. सिंह, अध्यक्ष (कार्यवाहक, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स) एवं आईआईटी पटना के निदेशक, ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वे जीवन के एक नए और रोमांचक चरण में कदम रख रहे हैं, जो चुनौतियों, अवसरों और जिम्मेदारियों से भरा हुआ है। उन्होंने छात्रों को कोरोना महामारी के दौरान सीखे गए सहानुभूति, सहयोग और लचीलेपन के महत्व को याद दिलाया।
ये भी पढ़े-यात्री को लम्बी लाइन से छुटकारा,मुजफ्फरपुर समेत दस प्रमुख स्टेशनों पर शुरू होगी नई व्यवस्था
इस अवसर पर, शैक्षिक उत्कृष्टता और संस्थान की गतिविधियों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए चार छात्रों को स्वर्ण पदक और 21 छात्रों को रजत पदक प्रदान किए गए। इसके अलावा, उच्च गुणवत्ता वाले शोध प्रोजेक्ट्स को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 19 छात्रों को प्रोफिशिएंसी पुरस्कार भी दिए गए।
यह समारोह छात्रों और उनके परिवारों के लिए एक गर्वपूर्ण और उत्साहपूर्ण क्षण था, जिसमें उन्होंने अपनी शैक्षिक उपलब्धियों का जश्न मनाया।
कोई टिप्पणी नहीं
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद