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सोमवार, 24 फ़रवरी 2025

चीन में मिला नया बैट वायरस HKU5-CoV-2 : यह कोरोना महामारी से भी अधिक घातकहो सकता है

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We News 24 Hindi / मिडिया रिपोर्ट 


नई दिल्ली :- चीन के वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक नए बैट वायरस की खोज की है, जिसका नाम HKU5-CoV-2 रखा गया है। यह वायरस कोविड-19 (SARS-CoV-2) के समान ही है और इंसानों के लिए खतरनाक हो सकता है। इस वायरस की खोज वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की टीम ने की है, जिसका नेतृत्व प्रसिद्ध वायरोलॉजिस्ट शी झेंगली ने किया। शी झेंगली को कोरोना वायरस पर उनके शोध के कारण 'बैटवुमन' के नाम से भी जाना जाता है।


HKU5-CoV-2 वायरस के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी:

वायरस की प्रकृति:

HKU5-CoV-2 वायरस चमगादड़ों में पाया गया है और यह कोविड-19 वायरस (SARS-CoV-2) के समान है। यह वायरस इंसानों के ACE2 रिसेप्टर्स से जुड़ सकता है, जो कोविड-19 वायरस के संक्रमण का प्रमुख तरीका है।



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जूनोटिक ट्रांसमिशन की संभावना:

शोधकर्ताओं का मानना है कि यह वायरस जानवरों से इंसानों में फैल सकता है, जिसे जूनोटिक ट्रांसमिशन कहा जाता है। यह वही प्रक्रिया है जिसके कारण कोविड-19 महामारी की शुरुआत हुई थी।


खतरे का स्तर:

अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि यह वायरस इंसानों में कितना खतरनाक हो सकता है। हालांकि, इसकी संरचना और ACE2 रिसेप्टर्स से जुड़ने की क्षमता के कारण इसे संभावित खतरे के रूप में देखा जा रहा है।


शोध का महत्व:

इस तरह के वायरस की खोज और उन पर शोध करना भविष्य में होने वाली संभावित महामारियों को रोकने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। वैज्ञानिकों का उद्देश्य इन वायरसों के बारे में अधिक जानकारी जुटाकर उनके प्रसार को रोकने के लिए तैयारी करना है।


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चीन की भूमिका:

चीन, विशेष रूप से वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, वायरसों पर व्यापक शोध करने के लिए जाना जाता है। हालांकि, कोविड-19 महामारी के बाद से चीन की प्रयोगशालाओं और वायरस शोध पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नजर रखी जा रही है।










HKU5-CoV-2 वायरस की खोज एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक उपलब्धि है, लेकिन यह चिंता का विषय भी है। इस तरह के वायरसों पर निरंतर निगरानी और शोध करना आवश्यक है ताकि भविष्य में होने वाली संभावित महामारियों को रोका जा सके। वैज्ञानिकों का मानना है कि जंगली जानवरों, विशेष रूप से चमगादड़ों, से फैलने वाले वायरसों के प्रति सतर्कता बरतनी चाहिए और इनके प्रसार को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए। 

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