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    एनएचआरसी ने छत्तीसगढ़ में स्कूल बच्चों की बीमारी का लिया संज्ञान | बलौदा बाजार की घटना

    एनएचआरसी ने छत्तीसगढ़ में स्कूल बच्चों की बीमारी का लिया संज्ञान | बलौदा बाजार की घटना








    We News 24 Hindi / गौरव कुमार सिंह 


    नई दिल्ली :-राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने एक गंभीर मामले में हस्तक्षेप किया है, जिसमें छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में एक सीमेंट फैक्ट्री से निकलने वाली जहरीली गंध के कारण सरकारी स्कूल के 38 छात्रों की स्वास्थ्य दिक्कतें सामने आई हैं। यह घटना 22 जनवरी, 2025 को घटित हुई थी, जब छात्रों ने मतली, उल्टी और बेचैनी जैसी समस्याओं की शिकायत की। एनएचआरसी ने प्रत्येक पीड़ित छात्र की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी किया है और चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट की मांग की है।



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    घटना का विवरण:

    तारीख: 22 जनवरी, 2025

    स्थान: बलौदा बाजार जिला, छत्तीसगढ़

    प्रभावित: सरकारी स्कूल के 38 छात्र

    लक्षण: मतली, उल्टी, बेचैनी और बेहोशी


    सीमेंट फैक्ट्री का रसायनिक उपयोग:

    रसायन: फॉस्फोरस पेंटासल्फाइड


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    उद्देश्य: कचरे को विघटित करने और वैकल्पिक ईंधन तैयार करने के लिए

    समस्या: प्रक्रिया को तेज़ करने के लिए अधिक मात्रा में रसायनों का उपयोग


    राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की कार्रवाई:

    नोटिस जारी: छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्य सचिव को

    रिपोर्ट मांगी: चार सप्ताह के भीतर

    रिपोर्ट में शामिल होने वाले बिंदु:

    बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति

    लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव

    स्वास्थ्य खतरे से निपटने के लिए उठाए गए कदम

    आगे की कार्रवाई:

    जांच: सीमेंट फैक्ट्री के रसायनिक उपयोग और उसके प्रभावों की जांच


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    सुरक्षा उपाय: फैक्ट्री द्वारा रसायनों के उपयोग में सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करना


    स्वास्थ्य निगरानी: प्रभावित क्षेत्र में लोगों की स्वास्थ्य स्थिति की नियमित निगरानी


    निष्कर्ष:

    यह घटना पर्यावरणीय प्रदूषण और औद्योगिक गतिविधियों के कारण होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों की गंभीरता को उजागर करती है। एनएचआरसी की कार्रवाई इस मुद्दे को गंभीरता से लेने और प्रभावित लोगों के मानवाधिकारों की रक्षा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। छत्तीसगढ़ सरकार को इस मामले में त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। 

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