हाईलाइट्स:
- रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या घटी – पहले 3-4 लाख भक्त आ रहे थे, अब संख्या 2-2.5 लाख तक पहुंची।
- निकासी मार्ग में होगा बदलाव – रामजन्मभूमि पथ से प्रवेश और अंगद टीले की ओर से निकासी की तैयारी।
- गेट नंबर-3 होगा बंद – सुरक्षा अधिकारियों और ट्रस्ट पदाधिकारियों के विचार-विमर्श के बाद निर्णय।
- महाकुंभ समाप्ति के बाद भीड़ में गिरावट – अयोध्या धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में आई कमी।
- शनिवार को 2 लाख से अधिक भक्तों ने किए दर्शन – भक्तों की संख्या स्थिर रही तो सोमवार से नया मार्ग लागू।
- एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे का बयान – भीड़ कम होने के कारण पुराने निकासी मार्ग पर हो रहा विचार।
We News 24 Hindi / दिनेश जायसवाल
अयोध्या :- में राम मंदिर में विराजमान रामलला के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में हाल के दिनों में काफी कमी आई है। पिछले डेढ़ महीने से प्रतिदिन तीन से चार लाख भक्त दर्शन कर रहे थे, लेकिन बीते दो दिनों से यह संख्या घटकर लगभग दो से ढाई लाख तक पहुंच गई है। इस कारण अब दर्शनार्थियों के निकासी मार्ग को फिर से बदलने की तैयारी की जा रही है।
निकासी मार्ग में परिवर्तन:
नया निकासी मार्ग: श्रद्धालुओं को रामजन्मभूमि पथ से राम मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा और अंगद टीले की ओर बने गेट से निकाला जाएगा।
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गेट नंबर तीन को बंद करना: रामजन्मभूमि परिसर के गेट नंबर तीन को पुनः बंद कर दिया जाएगा। यह गेट पिछले डेढ़ महीने से श्रद्धालुओं की निकासी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।
पृष्ठभूमि:
श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि: डेढ़ महीने पहले श्रद्धालुओं की संख्या में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई थी, जिसके कारण दर्शन व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए निकासी मार्ग में परिवर्तन किया गया था।
महाकुंभ का प्रभाव: प्रयागराज में महाकुंभ के समाप्त होने के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट आई है।
नई दर्शन व्यवस्था:
प्रवेश मार्ग: दर्शनार्थियों को रामपथ से गुजारते हुए रामजन्मभूमि पथ से प्रवेश कराया जाएगा।
निकासी मार्ग: दर्शनोपरांत श्रद्धालुओं को अंगद टीले की ओर से निकाला जाएगा।
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अधिकारियों का बयान:
एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे: उन्होंने बताया कि दर्शनार्थियों की संख्या में कमी आने के कारण निकासी मार्ग को बदलने पर विचार किया जा रहा है। यदि रविवार के बाद भी भक्तों की संख्या सामान्य स्तर पर बनी रही, तो सोमवार से नई व्यवस्था लागू की जाएगी।
श्रद्धालुओं की संख्या:
शनिवार को दर्शन: शनिवार को शाम तक लगभग दो लाख से अधिक दर्शनार्थियों ने दर्शन किया।
भविष्य की योजना: यदि भक्तों की संख्या सामान्य बनी रही, तो ट्रस्ट पदाधिकारियों से वार्ता करके नई व्यवस्था लागू की जाएगी।
सारांश:
अयोध्या में राम मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या में कमी आने के कारण निकासी मार्ग को फिर से बदलने की तैयारी की जा रही है। श्रद्धालुओं को रामजन्मभूमि पथ से प्रवेश कराया जाएगा और अंगद टीले की ओर से निकाला जाएगा। यह कदम दर्शन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उठाया गया है।
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