हाइलाइट्स:
- दिल्ली में राशन कार्ड वेरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू, 31 मार्च 2025 तक चलेगी।
- अपात्र लोगों के राशन कार्ड रद्द होंगे, नए लाभार्थियों को जोड़ा जाएगा।
- ई-वेरिफिकेशन और बायोमेट्रिक सत्यापन के जरिए प्रक्रिया को सरल बनाया गया है।
- राशन वितरण प्रणाली को और पारदर्शी और प्रभावी बनाने पर जोर।
We News 24 Hindi / दीपक कुमार
नई दिल्ली :- राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जल्द ही राशन कार्ड वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी होने वाली है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने यह कदम धोखाधड़ी रोकने और जरूरतमंदों तक सरकारी सहायता पहुंचाने के लिए उठाया है। यह प्रक्रिया 31 मार्च 2025 तक चलेगी, जिसमें अपात्र लोगों के राशन कार्ड रद्द किए जाएंगे, ताकि नए और योग्य लाभार्थियों को जोड़ा जा सके।
दिल्ली सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि राशन कार्ड धारकों को वेरिफिकेशन के लिए ज्यादा भटकना न पड़े। वे घर बैठे ही ई-वेरिफिकेशन की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए राशन कार्ड को आधार नंबर से लिंक करना होगा और अपना बायोमेट्रिक सत्यापन कराना अनिवार्य होगा।
ये भी पढ़े-मेरठ में प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने पति की हत्या की, शव के 15 टुकड़े कर सीमेंट से सील किया
क्यों जरूरी है यह वेरिफिकेशन?
दिल्ली में 17.41 लाख से अधिक राशन कार्ड धारक हैं, लेकिन 2013 के बाद से वेरिफिकेशन प्रक्रिया नहीं हुई थी। यह सत्यापन हर पांच साल में एक बार होना चाहिए, लेकिन पिछले 11 वर्षों से इसे अपडेट नहीं किया गया। कई लोग जो मृत हो चुके हैं, या जिनकी आय सरकारी सहायता के योग्य नहीं रही, उनका नाम अब हटाया जाएगा। कुछ लोग सिर्फ निवास प्रमाण के लिए राशन कार्ड रखे हुए थे, उन्हें भी हटा दिया जाएगा। नए लाभार्थियों को जोड़ा जाएगा, ताकि जरूरतमंदों को आसानी से सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।
कैसे कराएं राशन कार्ड वेरिफिकेशन?
राशन कार्ड धारक दो तरीकों से अपना वेरिफिकेशन कर सकते हैं:
"मेरा ई-केवाईसी" मोबाइल ऐप के जरिए:
केंद्र सरकार का यह मोबाइल ऐप घर बैठे ई-वेरिफिकेशन की सुविधा देता है।
इस ऐप से अगर किसी व्यक्ति का राशन कार्ड दो राज्यों में बना होगा, तो उसे तुरंत पकड़ लिया जाएगा और दिल्ली से उसका नाम हटा दिया जाएगा।
इससे वे लोग भी लाभान्वित होंगे जो लंबे समय से राशन कार्ड के लिए आवेदन किए बैठे हैं।
पीओएस (POS) मशीन के जरिए बायोमेट्रिक सत्यापन:
दिल्ली में जहां से सरकारी राशन लिया जाता है, वहां POS मशीनें लगी होती हैं।
लाभार्थी अपनी अंगुलियों के निशान (फिंगरप्रिंट) देकर बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन करा सकते हैं। इससे यह सुनिश्चित होगा कि राशन केवल असली लाभार्थियों को ही दिया जाए।
ये भी पढ़े-मेरठ में पादरी गिरफ्तार: धर्म परिवर्तन के लिए रुपयों का लालच देने का आरोप
राशन वितरण प्रणाली होगी और पारदर्शी
दिल्ली के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने हाल ही में अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने राशन वितरण प्रणाली को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य है कि जरूरतमंदों तक राशन बिना किसी परेशानी के पहुंचे और इस प्रक्रिया में किसी भी तरह की गड़बड़ी को पूरी तरह खत्म किया जाए।"
किसका राशन कार्ड रद्द हो सकता है?
जिन लोगों की मृत्यु हो चुकी है, लेकिन उनके परिवार राशन कार्ड का अब भी उपयोग कर रहे हैं।
जो लोग सरकारी नौकरी में आ चुके हैं और उनकी आय योग्यता सीमा से अधिक हो चुकी है।
जिन्होंने झूठी जानकारी देकर राशन कार्ड बनवाया है या दिल्ली के अलावा अन्य राज्य में भी राशन कार्ड बनवा रखा है।
जो लोग राशन कार्ड का उपयोग सिर्फ एड्रेस प्रूफ के रूप में कर रहे हैं लेकिन वे वास्तव में जरूरतमंद नहीं हैं।
ये भी पढ़े-दिल्ली सरकार की महिला समृद्धि योजना: 2500 रुपये की आर्थिक मदद के लिए 7 नई शर्तें लागू
राशन वितरण प्रणाली में होगा सुधार
इस प्रक्रिया के बाद राशन वितरण प्रणाली को डिजिटल रूप से और मजबूत बनाया जाएगा। दिल्ली सरकार आने वाले दिनों में नई आर्थिक सहायता योजनाएं शुरू करने जा रही है, जिनमें सिर्फ पात्र लाभार्थियों को ही शामिल किया जाएगा। राशन दुकानों पर कैशलेस और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन सिस्टम लागू किया जा सकता है ताकि किसी भी तरह की धांधली रोकी जा सके।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद