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    दिल्ली में सड़कों के अधिकार क्षेत्र में बड़ा बदलाव, एक सड़क - एक अभियंता नियम लागू

     

    दिल्ली में सड़कों के अधिकार क्षेत्र में बड़ा बदलाव, एक सड़क - एक अभियंता नियम लागू


    दिल्ली की सड़कों के अधिकार क्षेत्र में बड़ा बदलाव, एक सड़क - एक अभियंता नीति लागू

    नई व्यवस्था से खत्म होगी टेंडर की जटिलता, बड़े ठेकेदारों को मिलेगा मौका






    We News 24 Hindi / आरती गुप्ता 


    नई दिल्ली:- दिल्ली की सड़कों की देखरेख और निर्माण व्यवस्था में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। लोक निर्माण विभाग (PWD) अब सड़कों के अधिकार क्षेत्र को पुनर्गठित करने की योजना बना रहा है। वर्तमान में, एक ही सड़क पर तीन-तीन अधिशासी अभियंता काम करते हैं, जिससे अनावश्यक देरी, संसाधनों की बर्बादी और जवाबदेही की कमी बनी रहती है। इसके चलते एक ही सड़क के लिए कई बार टेंडर जारी किए जाते हैं, जिससे सरकारी धन और समय दोनों की बर्बादी होती है। लेकिन अब "एक सड़क - एक अभियंता" नियम लागू करने की तैयारी है, जिससे व्यवस्था को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाया जाएगा।



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    छोटे टेंडर की प्रथा होगी समाप्त, बड़े ठेकेदारों को मिलेगा अवसर

    वर्तमान में, दिल्ली में सड़क निर्माण और रखरखाव के लिए छोटे-छोटे टेंडर जारी किए जाते हैं, जिससे एक ही सड़क पर कई अलग-अलग ठेकेदार काम करते हैं। इससे सड़क की गुणवत्ता और उसकी मरम्मत की निरंतरता प्रभावित होती है। नई नीति के तहत, छोटे टेंडर की प्रथा समाप्त कर दी जाएगी और बड़े ठेकेदारों को काम करने का अवसर मिलेगा।


    दिल्ली में पीडब्ल्यूडी के तहत 1259 किलोमीटर लंबी सड़कें हैं, जिनका रखरखाव सरकार के लिए हमेशा एक चुनौती रहा है। अब यह तय किया गया है कि हर सड़क की जिम्मेदारी केवल एक अभियंता के पास होगी, जिससे काम में तेजी और जवाबदेही तय की जा सकेगी।


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    AAP सरकार में सड़कें बदहाल, अब सुधार की उम्मीद

    पिछले पांच वर्षों में दिल्ली की सड़कें खराब स्थिति में पहुंच गई थीं। आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के दौरान:


    ✅ अनेक सड़कें टूटी पड़ी रहीं, लेकिन उनकी मरम्मत नहीं हुई।

    ✅ नई सड़कें बनाने के बजाय पैच वर्क से ही काम चलाया गया।

    ✅ लंबे समय तक गड्ढों की समस्या बनी रही, जिससे ट्रैफिक जाम बढ़ा और लोगों को परेशानी हुई।

    ✅ शिकायतें होने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ।


    अब नई सरकार से उम्मीद की जा रही है कि सड़कों की गुणवत्ता में सुधार होगा और लोगों को परेशानी से निजात मिलेगी।




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    बदलाव के तहत किन सड़कों पर होगा असर?

    🔹 रिंग रोड जैसी महत्वपूर्ण सड़कों पर तीन मुख्य अभियंताओं का नियंत्रण है, जिसे अब एक अभियंता के अधीन किया जाएगा।

    🔹 जिन सड़कों पर छोटे-छोटे टुकड़ों में अलग-अलग टेंडर दिए जाते हैं, वहां अब एक ही अधिकारी जिम्मेदार होगा।

    🔹 बड़ी कंपनियों को ठेके मिलेंगे, जिससे गुणवत्ता बेहतर होगी और सड़कें अधिक टिकाऊ बनेंगी।


    अब किसके ऊपर होगी सड़क की जिम्मेदारी?

    नई नीति के तहत:


    ✔ प्रत्येक सड़क के निर्माण, रखरखाव और मरम्मत की जिम्मेदारी एक ही अभियंता के पास होगी।

    ✔ छोटे-छोटे टेंडर खत्म कर बड़े टेंडर लाए जाएंगे, जिससे बड़ी कंपनियां भी भाग ले सकेंगी।

    ✔ अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होगी, जिससे भ्रष्टाचार और लापरवाही कम होगी।


    दिल्ली में सड़कें कब तक बेहतर होंगी?

    नई सरकार ने सड़कों की मरम्मत और विकास को प्राथमिकता दी है। इस नई नीति से आगामी महीनों में सड़कों की स्थिति में सुधार देखने को मिल सकता है। यह कदम न केवल दिल्ली की सड़कों की गुणवत्ता को बेहतर करेगा बल्कि ट्रैफिक प्रबंधन और यातायात सुरक्षा को भी मजबूत बनाएगा।





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