- हाईलाइट्स:
- दिल्ली में अगले चार दिनों में तापमान 35°C तक पहुंचने की संभावना।
- राजधानी की हवा फिर हुई खराब, AQI 201-300 के बीच पहुंचा।
- GRAP-1 लागू: खुले में कचरा जलाने और कोयले के इस्तेमाल पर प्रतिबंध।
- तेज हवाओं के बावजूद वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं, प्रदूषण नियंत्रण के कड़े कदम उठाए गए।
- दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए सख्त नियम लागू।
We News 24 Hindi / काजल कुमारी
नई दिल्ली :- दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में मौसम और वायु गुणवत्ता को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में दिल्ली में तापमान में वृद्धि होने की संभावना है, और अगले चार दिनों में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इसके साथ ही, दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर से 'खराब' श्रेणी में पहुंच गई है, जिसके कारण ग्रेप (GRAP) के पहले चरण (GRAP-1) की पाबंदियां लागू कर दी गई हैं।
ये भी पढ़े-पंचकूला में IAF जगुआर फाइटर जेट ट्रेनिंग के दौरान क्रैश, पायलट ने पैराशूट से बचाई जान
ग्रेप (GRAP) क्या है?
ग्रेप (Graded Response Action Plan) दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए बनाई गई एक कार्य योजना है। यह वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के स्तर के आधार पर चार चरणों में लागू होती है:
चरण 1 (खराब, AQI 201-300)
चरण 2 (बहुत खराब, AQI 301-400)
चरण 3 (गंभीर, AQI 401-450)
चरण 4 (गंभीर प्लस, AQI 450 से अधिक)
ये भी पढ़े-सामाजिक एकता और समरसता की मिसाल बना जायसवाल समाज का 42वां होली मंगल मिलन समारोह
GRAP-1 के तहत लागू पाबंदियां:
कोयले के इस्तेमाल पर रोक: सड़क किनारे भोजनालयों, होटलों और रेस्तरां में कोयले के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
कचरा जलाने पर प्रतिबंध: खुले में कचरा जलाने की घटनाओं पर सख्ती से रोक लगाई जाएगी।
उत्सर्जन नियंत्रण: वाहनों और उद्योगों से होने वाले उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए सख्त नियम लागू किए जाएंगे।
मौसम की स्थिति:
बृहस्पतिवार को दिल्ली में तेज हवाएं चलीं, और आसमान साफ रहा। धूप निकलने के कारण तापमान में मामूली वृद्धि हुई। हालांकि, वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है, और AQI अभी भी 'खराब' श्रेणी में बना हुआ है।
ये भी पढ़े-सीरिया में बड़ा संघर्ष!असद समर्थकों और सुरक्षाबलों के बीच भीषण झड़प, 44 की मौत
आगे की स्थिति:
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि तापमान में और वृद्धि हो सकती है, जिससे वायु प्रदूषण की स्थिति और खराब हो सकती है। ऐसे में, GRAP के उच्च चरणों को लागू करने की संभावना भी बनी हुई है। स्थानीय प्रशासन और पर्यावरण विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने और प्रदूषण को कम करने में योगदान देने की अपील की है।
नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें, पेड़ लगाएं, और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों से बचें।
ये वीडियो देखे -
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद