हाईलाइट्स:
- यमुना नदी पर क्रूज सर्विस शुरू करने की तैयारी – वजीराबाद बैराज से जगतपुर तक 7-8 किमी तक चलेगा क्रूज।
- दिल्ली में 270 दिन तक क्रूज संचालन की अनुमति – दिल्ली जल बोर्ड और सिंचाई एवं बाढ़ विभाग से मिली NOC।
- पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर – सोनिया विहार से जगतपुर तक रिवर-क्रूज टूरिज्म विकसित किया जाएगा।
- इको-फ्रेंडली वॉटर ट्रांसपोर्ट का विकल्प – इलेक्ट्रिक-सोलर हाइब्रिड बोट्स से चलेगी सेवा।
- DTTC ऑपरेटर की करेगा नियुक्ति – 20-30 यात्रियों की क्षमता वाली बोट्स का संचालन किया जाएगा।
- फ्लोटिंग जेटी और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर भी होगा तैयार – सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग देगा सहयोग।
- यमुना रिवाइवल के साथ पर्यावरण संरक्षण पर फोकस – IWAI, DDA, DJB और DTTC मिलकर पूरा करेंगे प्रोजेक्ट।
We News 24 Hindi /दीपक कुमार
नई दिल्ली :- दिल्ली सरकार यमुना नदी के कायाकल्प और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ी योजना पर काम कर रही है। इसके तहत यमुना नदी पर क्रूज सेवा शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। यह सेवा वजीराबाद बैराज (सोनिया विहार) से लेकर जगतपुर गांव तक 7-8 किलोमीटर के दायरे में चलेगी। इसके लिए दिल्ली जलबोर्ड और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने एनओसी (No Objection Certificate) भी दे दी है।
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योजना के मुख्य बिंदु:
क्रूज सेवा का मार्ग: यह सेवा सोनिया विहार से शुरू होकर जगतपुर तक चलेगी, जो लगभग 7-8 किलोमीटर का मार्ग होगा। इस दौरान यात्रियों को यमुना नदी के प्राकृतिक दृश्यों का आनंद मिलेगा।
पर्यावरण के अनुकूल परिवहन: यह क्रूज सेवा इलेक्ट्रिक-सोलर हाइब्रिड बोट्स पर आधारित होगी, जो पर्यावरण के लिए अनुकूल और स्थायी परिवहन का विकल्प प्रदान करेगी। प्रत्येक बोट में 20-30 यात्री बैठ सकेंगे और इनकी गति 5 से 7 समुद्री मील के बीच होगी।
पर्यटन को बढ़ावा: इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य यमुना नदी के किनारे पर्यटन को बढ़ावा देना है। इसके लिए नदी के किनारे के क्षेत्र को विकसित किया जाएगा और पर्यटकों के लिए आकर्षक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
सहयोगी संस्थाएं: यह परियोजना भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI), दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA), दिल्ली जल बोर्ड (DJB), दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम (DTTC) और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के बीच सहयोग से पूरी की जाएगी।
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ऑपरेटर की भूमिका: DTTC द्वारा एक ऑपरेटर का चयन किया जाएगा, जो क्रूज सेवा का संचालन करेगा। ऑपरेटर से यह अपेक्षा की जाएगी कि वह सुरक्षित और विश्वसनीय सेवा प्रदान करे और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे।
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर: सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा क्रूज के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, फ्लोटिंग जेटी और तटीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
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लाभ:
पर्यटन विकास: यह परियोजना दिल्ली में पर्यटन को बढ़ावा देगी और यमुना नदी को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेगी।
पर्यावरण संरक्षण: इलेक्ट्रिक-सोलर हाइब्रिड बोट्स के उपयोग से पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचेगा और यह एक स्थायी परिवहन विकल्प होगा।
स्थानीय अर्थव्यवस्था: इस परियोजना से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे और आसपास के क्षेत्रों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
इस प्रकार, यमुना नदी पर क्रूज सेवा शुरू करने की योजना न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि यमुना नदी के कायाकल्प में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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