हाइलाइट्स:
- वजन घटाने में मदद (कैलोरी कंट्रोल + फैट बर्निंग)।
- मेटाबॉलिज्म और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार।
- मानसिक फोकस बढ़ाने में सहायक (केटोसिस प्रभाव)।
- व्यस्त लोगों के लिए सुविधाजनक।
नई दिल्ली :- दिन में एक बार सही तरीके से खाना खाने का शरीर पर असर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह का हो सकता है। यह काफी हद तक व्यक्ति की शारीरिक स्थिति, जीवनशैली और खान-पान की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। इसे आम तौर पर OMAD (One Meal a Day) के रूप में जाना जाता है, जो एक प्रकार का इंटरमिटेंट फास्टिंग है। आइए इसके प्रभावों को विस्तार से समझते हैं।
सकारात्मक प्रभाव
वजन घटाने में मदद:
दिन में एक बार खाने से कैलोरी की मात्रा सीमित हो सकती है, जिससे वजन कम करने में सहायता मिल सकती है। कुछ शोध बताते हैं कि यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर करता है और शरीर में संग्रहित वसा को जलाने की प्रक्रिया (फैट बर्निंग) को बढ़ावा देता है।
चयापचय में सुधार:
छोटी अवधि के लिए OMAD करने से चयापचय (मेटाबॉलिज्म) को बढ़ावा मिल सकता है, क्योंकि शरीर ऊर्जा के लिए वसा भंडार का उपयोग करने लगता है। यह इंटरमिटेंट फास्टिंग के लाभों से जुड़ा हुआ है।
मानसिक स्पष्टता:
कुछ लोगों का कहना है कि लंबे समय तक भूखे रहने से उनका दिमाग अधिक केंद्रित और सतर्क रहता है, क्योंकि शरीर केटोसिस की स्थिति में चला जाता है, जहां यह ऊर्जा के लिए वसा का उपयोग करता है।
जीवनशैली में सुविधा:
व्यस्त लोगों के लिए दिन में एक बार खाना समय की बचत कर सकता है और भोजन की योजना बनाने की जटिलता को कम कर सकता है।
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नकारात्मक प्रभाव
एनर्जी की कमी:
दिन में सिर्फ एक बार खाने से ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव हो सकता है। खाने के बाद अस्थायी रूप से ऊर्जा बढ़ती है, लेकिन बाद में थकान, चिड़चिड़ापन और कमजोरी महसूस हो सकती है। यह उन लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है, जिन्हें नियमित ऊर्जा की जरूरत होती है।
अधिक भूख और ओवरईटिंग:
लंबे समय तक भूखे रहने से भूख बढ़ सकती है, जिसके कारण एक बार में जरूरत से ज्यादा खाना खाने की संभावना होती है। इससे कैलोरी की मात्रा बढ़ सकती है और वजन घटाने का उद्देश्य विफल हो सकता है।
पोषण संबंधी कमियां:
एक ही भोजन में सभी जरूरी पोषक तत्व (विटामिन, खनिज, प्रोटीन, वसा, और कार्बोहाइड्रेट) लेना मुश्किल हो सकता है। लंबे समय तक ऐसा करने से आयरन, कैल्शियम, विटामिन डी और प्रोटीन की कमी हो सकती है, जो इम्युनिटी, हड्डियों और मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकती है।
पाचन संबंधी समस्याएं:
एक बार में बहुत ज्यादा खाना खाने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है, जिससे सूजन, एसिड रिफ्लक्स, और पेट में बेचैनी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
चयापचय दर में कमी:
लंबे समय तक कैलोरी प्रतिबंध से शरीर ऊर्जा बचाने के लिए मेटाबॉलिक रेट को धीमा कर सकता है। इससे वजन कम करना मुश्किल हो सकता है और थकान बढ़ सकती है।
किन लोगों के लिए फायदेमंद या नुकसानदायक?
फायदेमंद:
जिनका लक्ष्य वजन घटाना है और जो संतुलित भोजन की योजना बना सकते हैं।
जिनकी जीवनशैली में कम शारीरिक श्रम शामिल है।
जो पहले से ही इंटरमिटेंट फास्टिंग के आदी हैं।
नुकसानदायक:
डायबिटीज या हाइपोग्लाइसीमिया जैसे रोगों से पीड़ित लोगों के लिए, क्योंकि ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव खतरनाक हो सकता है।
गर्भवती महिलाएं, बच्चे, या बुजुर्ग, जिन्हें नियमित पोषण की जरूरत होती है।
जिन्हें शारीरिक मेहनत या उच्च ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
सुझाव
संतुलित भोजन: अगर आप OMAD अपनाते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपका एकमात्र भोजन पोषक तत्वों से भरपूर हो—प्रोटीन, स्वस्थ वसा, फाइबर, और सूक्ष्म पोषक तत्व शामिल करें।
हाइड्रेशन: दिनभर पानी, हर्बल चाय या बिना कैलोरी वाले पेय पिएं ताकि डिहाइड्रेशन से बचा जा सके।
धीरे-धीरे शुरू करें: अचानक OMAD शुरू करने के बजाय, पहले छोटे फास्टिंग पीरियड्स (जैसे 16:8) आजमाएं।
डॉक्टर की सलाह: किसी भी डाइट पैटर्न को अपनाने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें, खासकर अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है।
दिन में एक बार खाना खाने का असर हर व्यक्ति पर अलग-अलग हो सकता है। यह वजन घटाने और चयापचय को बेहतर करने में मददगार हो सकता है, लेकिन इसके साथ ऊर्जा की कमी, पोषण असंतुलन और पाचन समस्याओं का जोखिम भी जुड़ा है। इसे अपनाने से पहले अपनी शारीरिक जरूरतों और जीवनशैली को ध्यान में रखना जरूरी है। संतुलन और जागरूकता के साथ किया जाए, तो यह फायदेमंद हो सकता है, लेकिन लापरवाही से नुकसान भी पहुंचा सकता है।
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