भूकंप की भयानक त्रासदी ने म्यांमार और थाईलैंड को हिलाकर रख दिया, अब तक 35 लाख लोग बेघर हो गए - We News 24 - वी न्यूज २४

Breaking

WE NEWS 24-वी न्यूज 24 , हर खबर की पोल है खोलते

 


Post Top Ad


 

Post Top Ad

Responsive Ads Here

सोमवार, 31 मार्च 2025

भूकंप की भयानक त्रासदी ने म्यांमार और थाईलैंड को हिलाकर रख दिया, अब तक 35 लाख लोग बेघर हो गए

भूकंप की भयानक त्रासदी ने म्यांमार और थाईलैंड को हिलाकर रख दिया, अब तक 35 लाख लोग बेघर हो गए








We News 24 Hindi /  दीपक कुमार 


 नई दिल्ली :- म्यांमार की त्रासदी ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं और मानवीय संकटों के बीच की नाजुक कड़ी को उजागर किया है। म्यांमार में भूकंप की आपदा से करीब 35 लाख लोग बेघर हो चुके हैं और अब भी यहां झटके आ रहे हैं. 28 मार्च 2025 को 7.7 तीव्रता के भूकंप ने म्यांमार और थाईलैंड को हिला दिया, जिससे व्यापक विनाश हुआ। यह म्यांमार में एक सदी का सबसे शक्तिशाली भूकंप था । रविवार तक 6.4 और 5.1 तीव्रता के झटके सहित कुल 6+ झटके दर्ज किए गए, जिससे बचाव कार्य बाधित हुआ।




ये भी पढ़े-दिल्ली की नवनिर्वाचित बीजेपी सरकार ने बजट में करदी दिल्ली वालो की बल्ले बल्ले




1-क्षति:


1,700+ मौतें, 3,400+ घायल, और 139+ लापता 410।


35 लाख लोग बेघर, जिनमें मांडले शहर में अकेले 15 लाख लोग शिविरों में रहने को मजबूर ।


थाईलैंड में 18 मौतें और 78 लापता ।


2. मानवीय संकट एवं चुनौतियाँ

स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई: अस्पतालों में जगह कम पड़ गई, और सड़कों पर अस्थायी इलाज केंद्र बनाए गए। मेडिकल सप्लाई (ट्रॉमा किट, ब्लड बैग) की कमी से हालात बिगड़े ।


संचार एवं परिवहन ठप: बिजली, इंटरनेट और सड़कें क्षतिग्रस्त होने से राहत कार्य धीमा ।


सैन्य संघर्ष जारी: भूकंप के बावजूद म्यांमार की सेना ने विद्रोही इलाकों में हवाई हमले जारी रखे, जिससे राहत कार्य में अड़चनें आईं ।




ये भी पढ़े-मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में AFSPA को 6 महीने के लिए बढ़ाया गया



3. अंतर्राष्ट्रीय सहायता

भारत का ऑपरेशन ब्रह्मा:


5 सैन्य विमानों और 2 नौसेना जहाजों (INS सतपुड़ा, INS सावित्री) के जरिए 40 टन राहत सामग्री, मेडिकल टीम और NDRF की 80 सदस्यीय टीम भेजी ।


मांडले को राहत केंद्र बनाया गया, जहां भारतीय टीमें मलबे में फंसे लोगों को बचा रही हैं ।


अन्य देश: चीन, रूस, EU (23 करोड़ रुपये की सहायता), और अमेरिका ने भी राहत सामग्री और बचाव दल भेजे ।


4. भविष्य की आशंकाएँ

मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है: USGS के अनुसार, मृतकों की संख्या 10,000+ तक पहुँच सकती है ।


मॉनसून का खतरा: आने वाले हफ्तों में बारिश से बीमारियों और राहत कार्य में देरी की आशंका ।



ये भी पढ़े-दो कैलेंडर, दो दुनिया ! एक जीवन, दो रीतियाँ ! हिंदू नव वर्ष और अंग्रेजी नव वर्ष में इतना अंतर क्यों?



5. मार्मिक घटनाएँ

स्कूल में फंसे बच्चे: मांडले के एक स्कूल के मलबे से 7 लोगों की मौत हुई, जबकि 2 को जीवित बचाया गया। परिवार वाले अभी भी अपनों की तलाश में हैं ।


40 घंटे बाद बचाई गई जान: चीन की टीम ने एक बुजुर्ग को नेपीता अस्पताल के मलबे से जीवित निकाला ।


निष्कर्ष

म्यांमार पहले से ही गृहयुद्ध और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा था, और भूकंप ने इस संकट को गहरा कर दिया है। भारत समेत वैश्विक समुदाय की त्वरित प्रतिक्रिया सराहनीय है, लेकिन बुनियादी ढाँचे की क्षति और सैन्य संघर्ष के कारण राहत कार्य अभी भी चुनौतीपूर्ण है। प्रभावितों को दीर्घकालिक सहायता की आवश्यकता होगी ।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कोमेंट करनेके लिए धन्यवाद

Post Top Ad

Responsive Ads Here