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बुधवार, 9 अप्रैल 2025

रायगढ़ जिला अस्पताल में इनवर्टर बैटरी विस्फोट: गर्मी ने बढ़ाई मुश्किलें, प्रशासन ने संभाली स्थिति

रायगढ़ जिला अस्पताल में इनवर्टर बैटरी विस्फोट: गर्मी ने बढ़ाई मुश्किलें, प्रशासन ने संभाली स्थिति





We News 24 Hindi /   रिपोर्ट: अंकित कुमार चन्द्रवंशी 



रायगढ़, छत्तीसगढ़, 9 अप्रैल 2025, :


में बुधवार की सुबह एक गंभीर घटना ने सभी को चिंता में डाल दिया। अस्पताल के लैब में स्थित बैटरी स्टोर रूम में रखी करीब एक दर्जन इनवर्टर बैकअप बैटरी गर्मी के प्रकोप के कारण फट गईं। इस हादसे से पूरा लैब परिसर धुएं से भर गया, जिसके कारण अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।




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घटना का विवरण

सुबह के समय हुई इस घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने में सफल रही। सिविल सर्जन डॉ. दिनेश पटेल ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया, "लैब के स्टोर कक्ष में आग लगने की घटना हुई, जिसमें कुछ क्षति हुई है। लेकिन हमने तुरंत वैकल्पिक व्यवस्था शुरू कर दी है ताकि मरीजों को किसी भी तरह की असुविधा न हो।" उन्होंने आगे कहा कि गर्मी के कारण बैटरी ओवरहीट होकर फट गईं, जिससे यह हादसा हुआ।


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त्वरित कार्रवाई और व्यवस्था बहाली

घटना के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड और इलेक्ट्रिकल एंड मेंटेनेंस विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से स्थिति पर नियंत्रण पाया। अस्पताल प्रशासन ने सभी वार्डों में सैंपलिंग के लिए वैकल्पिक इंतजाम किए, जिससे मरीजों का इलाज प्रभावित न हो। कर्मचारियों और अधिकारियों की त्वरित प्रतिक्रिया ने इस संकट को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सिविल सर्जन ने इस अवसर पर सभी कर्मचारियों की तत्परता की सराहना की और कहा, "हमारी प्राथमिकता मरीजों की सुरक्षा और सेवा सुनिश्चित करना है।"



सबक और भविष्य के लिए योजना

इस घटना ने अस्पताल प्रशासन को एक बड़ा सबक दिया है। डॉ. पटेल ने बताया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए व्यापक सुरक्षा उपायों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इसमें बैटरी स्टोरेज के लिए बेहतर वेंटिलेशन, तापमान नियंत्रण प्रणाली और नियमित रखरखाव शामिल हो सकते हैं। यह कदम न केवल अस्पताल की सुरक्षा बढ़ाएगा, बल्कि इस तरह के जोखिमों से निपटने में भी मददगार साबित होगा।



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गर्मी का बढ़ता खतरा

वर्तमान में छत्तीसगढ़ में गर्मी का प्रकोप चरम पर है, और इस तरह की घटनाएं एक चेतावनी के रूप में देखी जा रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ते तापमान के कारण इलेक्ट्रिकल उपकरणों पर दबाव बढ़ता है, जिससे इस तरह के हादसे हो सकते हैं। अस्पताल प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने और नियमित जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।




निष्कर्ष

रायगढ़ जिला अस्पताल में हुई इस घटना ने प्रशासन और कर्मचारियों की त्वरित प्रतिक्रिया को उजागर किया है, लेकिन यह भी साफ संकेत देता है कि गर्मी के मौसम में सुरक्षा मानकों को और सख्त करने की जरूरत है। आने वाले दिनों में प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम इस बात का निर्धारण करेंगे कि ऐसी घटनाओं से निपटने में हम कितने सक्षम हैं। मरीजों और स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह समय ठोस कार्रवाई का है। 

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