We News 24 Hindi / रिपोर्ट: विकास गुप्ता ,फरीदाबाद
हरियाणा:- के फरीदाबाद जिले से एक ऐसी दर्दनाक और खौफनाक वारदात सामने आई है जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। नाबालिग बहन से बार-बार छेड़छाड़ करने पर गुस्से से भरे एक भाई ने अपने दोस्त के साथ मिलकर युवक की हत्या कर दी और फिर लाश को बोरे में बंद करके सुनसान इलाके में फेंक दिया। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पूरा मामला: कैसे बना गुस्सा जानलेवा
फरीदाबाद के बीपीटीपी थाना क्षेत्र में यह मामला सामने आया है। यहां रहने वाले दीपक की नाबालिग बहन के साथ उसी के पड़ोस में रहने वाला युवक करण लगातार छेड़छाड़ करता था, खासकर स्कूल जाते वक्त। नाबालिग लड़की ने कई बार अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी थी। परिवार वालों ने करण और उसके परिजनों को समझाने की भी कोशिश की, लेकिन करण नहीं माना। छेड़छाड़ की घटनाएं लगातार जारी रहीं, जिससे दीपक बेहद गुस्से में था।
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योजना बनाकर की हत्या
गुस्से में आकर दीपक ने अपने दोस्त नवीन के साथ मिलकर करण से बदला लेने की योजना बनाई। बुधवार शाम को उन्होंने करण को खेड़ीकला मार्केट के पास रोका। बहाने से उसे सुनसान इलाके में ले गए। वहां दोनों ने मिलकर उसे बुरी तरह पीटा। मारपीट इतनी गंभीर थी कि करण की मौके पर ही मौत हो गई।
शव को बोरे में बंद कर फेंका गया
हत्या के बाद दोनों आरोपी घबरा गए। उन्होंने करण के शव को एक बोरे में भरकर बीपीटीपी मार्केट के पास झाड़ियों में फेंक दिया। कुछ समय बाद बोरे से बदबू आने लगी, जिससे स्थानीय लोगों को शक हुआ। पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों की मदद से शव की पहचान की।
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दोनों आरोपी गिरफ्तार
जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में दीपक और नवीन को गिरफ्तार कर लिया। शुरुआती पूछताछ में दोनों ने अपने गुनाह कबूल कर लिए हैं। पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इसमें कोई और भी शामिल था।
समाज के लिए बड़ा सवाल
यह घटना केवल एक हत्या की नहीं, बल्कि समाज में बढ़ रही असंवेदनशीलता, महिलाओं के खिलाफ अपराध, और कानून हाथ में लेने की प्रवृत्ति की ओर भी इशारा करती है। जहां एक तरफ छेड़छाड़ जैसे अपराधों पर पुलिस को तुरंत और सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए, वहीं दूसरी ओर सामाजिक जागरूकता और संवाद की भी सख्त जरूरत है।
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कानूनी नजरिया
करण के खिलाफ भले ही छेड़छाड़ के आरोप थे, लेकिन बिना कानूनी प्रक्रिया के किसी को मार डालना खुद में एक गंभीर अपराध है। अब दीपक और नवीन पर (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) नए कानून धारा भारतीय न्याय संहिता के तहत 101 और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। इस तरह की घटनाएं एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि समाज को कानून पर विश्वास बनाए रखने और संयम से काम लेने की सख्त जरूरत है।
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