We News 24 Hindi / रिपोर्ट: योगेन्द्र कुमार मौर्या
फतेहपुर/गाजीपुर – यूपी के फतेहपुर जिले में दिल को झकझोर देने वाली एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां प्रेमिका के परिजनों ने इंसानियत की हदें पार करते हुए एक दिव्यांग प्रेमी की बेरहमी से हत्या कर दी। यह मामला ना सिर्फ प्रेम, बल्कि जातीय घृणा और सामाजिक संकीर्णता का कड़वा उदाहरण बनकर उभरा है।
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कैसे रची गई मौत की साजिश?
गाजीपुर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव निवासी दिव्यांग पीओपी कारीगर बीनू रैदास को रविवार रात प्रेमिका के फोन पर बुलाया गया। रात के तकरीबन 2 बजे प्रेमिका के बुलावे पर बीनू उसके घर पमरौली गांव पहुंचा। लेकिन यह मुलाकात उसकी जिंदगी की आखिरी बन गई।
प्रेमिका के स्वजनों ने मिलकर उसे घर में बंधक बना लिया और फिर जो हुआ, वह किसी खौफनाक फिल्म से कम नहीं था। लोहे के गर्म चिमटे से जलाया गया, प्लास से नाखून उखाड़े गए, पेचकस से नाक और कान क्षतिग्रस्त कर दिए गए। और फिर सोमवार सुबह करीब 5 बजे उसे मरणासन्न हालत में घर के बाहर फेंक दिया गया।
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आखिरी सांस तक तड़पता रहा बीनू
बीनू का बड़ा भाई प्रमोद व मां कुंती देवी सुबह 6:30 बजे मौके पर पहुंचे। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बीनू ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया था। उसके शरीर पर क्रूरता के ऐसे निशान थे, जिन्हें देखकर किसी की भी रूह कांप जाए।
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पुलिस जांच में जुटी, तीन गिरफ्तार
एसओ प्रमोद मौर्य के अनुसार, बीनू के पिता की तहरीर पर छह नामजद और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या, एससी/एसटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। युवती के पिता, भाई समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। फॉरेंसिक टीम ने मौके से सबूत जुटा लिए हैं और बीनू का क्षतिग्रस्त मोबाइल भी बरामद हुआ है, जिसकी कॉल डिटेल्स से साजिश की कड़ियों को जोड़ा जा रहा है।
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प्रेम कहानी जो बन गई मौत का कारण
बीनू रैदास शादीशुदा था और दो बच्चों का पिता भी। बताया जा रहा है कि दो साल पहले जब वह पीओपी का काम करने युवती के घर गया था, तभी से दोनों के बीच प्रेम संबंध शुरू हुए थे। दोनों के बीच मोबाइल पर बातचीत और चैटिंग होती थी, जिसे लेकर युवती के परिजन नाराज थे। अंततः इसी प्रेम प्रसंग की कीमत बीनू को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।
समाज के लिए सवाल
क्या किसी की पसंद और प्यार की कीमत इतनी भयावह हो सकती है?
क्या आज भी समाज जाति और प्रतिष्ठा के नाम पर प्रेम करने वालों को जिंदा जलाने की साजिश रचता रहेगा?
और सबसे जरूरी, क्या इस तरह के अपराधों को अंजाम देने वालों को कड़ी सजा मिलेगी?
यह घटना सिर्फ एक प्रेमी की हत्या नहीं, बल्कि समाज के उस अंधेरे चेहरे को उजागर करती है जहां इज़्ज़त के नाम पर इंसानियत को नोंच खाया जाता है।
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