We News 24 Hindi / सुजीत कुमार विश्वास
कोलकाता/उत्तर 24 परगना/नदिया रामनवमी के पावन अवसर से पहले पश्चिम बंगाल के कई जिलों में तनाव का माहौल बन गया है। एक तरफ जहां श्रद्धालु रामनवमी की शोभायात्रा की तैयारियों में लगे हैं, वहीं दूसरी ओर उत्तर 24 परगना और नदिया जिले में अप्रिय घटनाओं ने हालात को गंभीर बना दिया है।
गोबरडांगा में पूजा पंडाल और मूर्ति में आग
उत्तर 24 परगना के गोबरडांगा थाना क्षेत्र के बरगुम कचहरीबाड़ी इलाके में उस वक्त तनाव फैल गया जब लोगों ने देखा कि अग्रदूत संघ क्लब द्वारा लगाए गए पंडाल में आग लगी हुई है और देवी की मूर्ति का एक हिस्सा जल चुका है। यह क्लब पिछले 40 वर्षों से बसंती पूजा का आयोजन करता आ रहा है।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि रात दो बजे तक सब सामान्य था, लेकिन सुबह चार बजे देखा गया कि पंडाल जल रहा है। मौके पर पहुंचे एसडीपीओ हाबरा और कार्यवाहक थानेदार पिंकी घोष ने जांच शुरू कर दी है।
सड़क जाम और विरोध प्रदर्शन
इस घटना के विरोध में स्थानीय नागरिकों ने हाबरा-गोबरडांगा रोड पर सड़क जाम कर दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। तनाव को देखते हुए पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है।
नदिया के राणाघाट में 'सुवेंदु वापस जाओ' पोस्टर से गरमाई राजनीति
रामनवमी शोभायात्रा से पहले नदिया जिले के राणाघाट में भी राजनीतिक विवाद छिड़ गया। बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी के दौरे से पहले पार्टी कार्यालय के पास 'सुवेंदु वापस जाओ' लिखे पोस्टर लगे मिले।
स्थानीय लोगों की सूचना पर राणाघाट पुलिस ने तुरंत पहुंचकर पोस्टर हटा दिया। माना जा रहा है कि यह पोस्टर राजनीतिक तनाव को और बढ़ा सकता है।
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शोभायात्रा को लेकर प्रशासन सतर्क
रामनवमी के अवसर पर हावड़ा के जीटी रोड समेत कई इलाकों में शोभायात्रा निकलनी है। कोर्ट की अनुमति के बाद पुलिस-प्रशासन पूरी तरह चौकस है।
ड्रोन कैमरों से निगरानी
अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती
सफाई और रास्ता खाली कराने का अभियान
लोगों ने प्रशासन के कहने पर दुकानें अस्थायी रूप से हटा दी हैं ताकि शोभायात्रा शांतिपूर्वक निकल सके।
त्योहारों का समय भाईचारे और समरसता का प्रतीक होता है, लेकिन अफसोस की बात है कि बंगाल में रामनवमी के ठीक पहले कुछ घटनाएं सांप्रदायिक तनाव और राजनीतिक टकराव का कारण बन रही हैं। प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह हालात को नियंत्रण में रखे और दोषियों को सख्त सजा दिलाए। साथ ही, नागरिकों का भी कर्तव्य है कि वे शांति और सौहार्द बनाए रखें।
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